निदान के अनुसार नौ मरीज अवसाद से पाड़ित थे, छह विखंडित मनस्कता से, दो आतंक विकार से तथा एक-एक उन्माद, तानप्रतिष्टम्भ और उन्मत्त अवसाद से पीड़ित थे, उनमें प्रमुख लक्षण घबराहट और उत्तेजना के थे.
2.
निदान के अनुसार नौ मरीज अवसाद से पाड़ित थे, छह विखंडित मनस्कता से, दो आतंक विकार से तथा एक-एक उन्माद, तानप्रतिष्टम्भ और उन्मत्त अवसाद से पीड़ित थे, उनमें प्रमुख लक्षण घबराहट और उत्तेजना के थे.
3.
स्थूल (मोटे) व्यक्तियों में भावात्मक रोग (उन्माद, अवसाद या उदासी इत्यादि), हिस्टीरिया, हृदय रोग इत्यादि अधिक होते हैं जबकि लंबे एवं दुबले गठन वाले व्यक्तियों में विखंडित मनस्कता (स्कीजोफ्रीनिया), तनाव, व्यक्तित्व रोग अधिक पाये जाते हैं।
4.
शारीरिक गठन स्थूल (मोटे) व्यक्तियों में भावात्मक रोग (उन्माद, अवसाद या उदासी इत्यादि), हिस्टीरिया, हृदय रोग इत्यादि अधिक होते हैं जबकि लंबे एवं दुबले गठन वाले व्यक्तियों में विखंडित मनस्कता (स्कीजोफ्रीनिया), तनाव, व्यक्तित्व रोग अधिक पाये जाते हैं।
5.
हाइड्रोसिफलस एक्स वैकुओ प्रमस्तिष्कीय निलयों और अंतरिक्ष अवजालतनिकाओं की वृद्धि को भी संदर्भित करता है तथा आमतौर पर मस्तिष्क के अपक्षय (जैसा मनोभ्रंश में होता है), अभिघातजन्य मस्तिष्क चोट के बाद और मनोरोग विकारों में, जैसे कि विखंडित मनस्कता (स्कित्ज़ोफ्रीनिया) कि वजह से होता है.
6.
शारीरिक गठन-स्थूल (मोटे) व्यक्तियों में भावात्मक रोग (उन्माद, अवसाद या उदासी इत्यादि), हिस्टीरिया, हृदय रोग इत्यादि अधिक होते हैं जबकि लंबे एवं दुबले गठन वाले व्यक्तियों में विखंडित मनस्कता (स्कीजोफ्रीनिया), तनाव, व्यक्तित्व रोग अधिक पाये जाते हैं।